Welcome to Janta Inter College Ambehtachand Distirct Saharanpur UP, Admission Open Session 2022-23
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Janta Inter College Ambehta Chand, Saharanpur

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Administrative Building

प्रशासनिक भवन

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AWARDS

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6th to 12th

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ABOUT US

JANTA INTER COLLEGE was established in 1951.

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History of Janta Inter College Ambehtachand

Our History (Hindi)

स्वतन्त्रता के पश्चात यहाँ के प्रगतिशील व्यक्तियों ने इस क्षेत्र में शिक्षा संस्था के अभाव को महसूस किया और उसे दूर करने के लिये प्रयत्नशील हुए l सन 1950 में 28 छात्रों के साथ यह संस्था आरम्भ की गयी | आदरणीय स्वर्गीय ठाकुर श्री मोहर सिंह की चौपाल में छात्रों के पढ़ने की व्यवस्था चलती रही l 30 जून 1951 को ठाकुर श्री हुकम सिंह ,माल मंत्री,उ०प्र०सरकार के कर कमलों द्वारा विद्यालय भवन की आधारशिला रखी गयी | 18 अप्रैल 1958 को पंडित गोविन्द वल्लभ पन्त ,गृह मंत्री ,भारत सरकार के कर कमलों द्वारा विद्यालय भवन का उदघाटन हुआ |

इस विद्यालय को सन 1952 में जूनियर हाईस्कूल की मान्यता मिली l सन 1953 में हाईस्कूल साहित्यिक वर्ग ,सन 1954 में हाईस्कूल कृषि वर्ग ,सन 1960 में इण्टरमीडिएट साहित्यिक वर्ग, सन 1967 में हाईस्कूल विज्ञान वर्ग तथा 1970 में इण्टरमीडिएट विज्ञान वर्ग की मान्यता मिली |

यह विद्यालय अनु सचिव ,उत्तर प्रदेश शासन,लखनऊ के पत्रांक No.A/1663/XV-3009(1)(P)/1955 दिनाँक 11/03/1960 के द्वारा अनुदान सूची पर आया |

After independence, the progressive people here realized the lack of educational institution in this area and tried to overcome it. In 1950, this institution was started with 28 students.The education system of the students continued in the Chaupal of respected late Thakur Shri Mohar Singh. On 30 June 1951, the foundation stone of the school building was laid by Thakur Shri Hukam Singh, Minister of Materials, Government of Uttar Pradesh. On 18 April 1958, Pandit Govind Vallabh Pant, The school building was inaugurated by the tax lotus of the Home Minister, Government of India.

This school got the recognition of Junior High School in the year 1952. In the year 1953, the High School Literary Class, the High School Agriculture Class in 1954, the Intermediate Literary Class in 1960, the High School Science Class in 1967 and the Intermediate Science Class in 1970.

This school came on the grant list vide letter No.A/1663/XV-3009(1)(P)/1955 dated 11/03/1960 of the Under Secretary, Government of Uttar Pradesh, Lucknow.

हमारा लक्ष्य है कि प्रत्येक विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास हो तथा क्षेत्र का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और शासन द्वारा प्रदत्त सभी योजनाओं का लाभ प्रत्येक विद्यार्थी को मिले |

Our goal is that there should be all round development of every student and no child of the area should be deprived of education and every student should get the benefit of all the schemes provided by the government.

जनता इंटर कॉलेज - सहारनपुर (यूपी) का मिशन मानव क्षमताओं के गठन और उपयोग के बारे में ज्ञान को गहरा और विस्तारित करना है।

Goal: Help to prepare educational professionals recognized for the quality and significance of their teaching, research, scholarship, service, outreach, and leadership.

अनुसंधान, छात्रवृत्ति और प्रौद्योगिकी के माध्यम से जीवन भर शिक्षण, सीखने और शैक्षिक परिणामों के मूल्यांकन में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त नेतृत्व प्रदान करें।

Provide widely recognized leadership in the improvement of teaching, learning, and the assessment of educational outcomes across the life span through research, scholarship, and technology.

विविधता, सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक नागरिकता की केंद्रीयता के लिए संकाय, कर्मचारियों और छात्रों की प्रतिबद्धता को बढ़ाएं।

Enhance the commitment of faculty, staff, and students to the centrality of diversity, social justice, and democratic citizenship.

स्कूलों, समुदायों और कार्यस्थल सेटिंग्स में शिक्षा के सुधार पर केंद्रित स्कूलों, संगठनों और अन्य संस्थानों के साथ सहयोगी, व्यावसायिक संबंधों के विकास में नेतृत्व प्रदान करें।

Provide leadership in the development of collaborative, professional relationships with schools, organizations, and other institutions focused on the improvement of education in schools, communities, and workplace settings.

पूरे कॉलेज में देखभाल करने वाला, सहायक माहौल बनाए रखें।

Sustain a caring, supportive climate throughout the College.

OUR POPULAR COURSES AND AWARDS

AWARD

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COLLEGE ADMINISTRATORS

श्री विपिन चंद (एमएससी रसायन विज्ञान) (प्रधानाचार्य)

(प्रिय माता - पिता / अभिभावको),

शिक्षा जीवन की परिस्थितियों का सामना करने की योग्यता का नाम है तथा इस योग्यता को बढ़ाने का कार्य हमारे विद्यालय द्वारा निरन्तर किया जा रहा है |

हमारा विद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है l हम विद्यालय में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी का स्वागत करते हैं |

हमारा उद्देश्य व्यक्तित्व को प्रोत्साहित करके और हर समुदाय के साथ बातचीत करके एक समग्र सीखने का अनुभव प्रदान करना है । मुझे आशा है कि आप हमारे विद्यालय को अपने बच्चे को एक खुशहाल और सफल भविष्य के लिए तैयार करने का अवसर देंगे |

Dear Parents / Guardians,

Education is the name of the ability to face the circumstances of life and the work of increasing this ability is being done continuously by our school.

Our school is committed for the all round development of the students. We welcome the active participation of parents in the school.

We aim to provide a holistic learning experience by fostering individuality and interacting with every community. I hope you will give opportunity to our school to prepare your child for a happy and successful future.

WHAT STUDENTS SAYS

All about story-telling, about sharing your students' paths in a way that is both unique and general.